Kerala BJP leader Ranjit Srinivasan Murder: केरला में जिला न्यायाधीश श्रीदेवी वी.जी ने एक साथ 15 लोगों को फासी की सजा सुनाई।
पेशे से वकील तथा भारतीय जनता पार्टी के नेता रंजीत श्रीनिवासन (Ranjith Sreenivasan ) की हत्या 2021 में हुई। इस हत्याकांड में शामिल 15 आरोपियों को कल केरल की जिला न्यायाधीश श्रीदेवी वी.जी ने फांसी की सजा सुनाई। यह एक ऐतिहासिक फैसला है, क्योंकि केरल में पहली बार इतनी बड़ी संख्या में मौत की सजा दी गई है, साथ ही भारत में भी पहली बार एक साथ 14 लोगों को फांसी की सजा सुनाई गई है।
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Toggleक्या है इस के पीछे की वजह?
अलाप्पुझा के वेल्लाकिनर में रहनेवाले रंजीत श्रीनिवासन पेशे से वकील थे। 19 दिसंबर 2021 के दिन उनके घर 12 लोग हथियार के साथ गए, उनका घर उस वक्त खुला होने के वजह से हत्यारों को घर में घुसपेठ करने में आसानी हुई। तब रंजीत श्रीनिवासन के घर में उनकी माँ, पत्नी और बेटा भी मौजूद था, पर उन हत्यारों ने रंजीत श्रीनिवासन को देखते ही उन पर टूट पड़े। देखते ही देखते किसी ने रंजीत श्रीनिवासन को सर पर हथोडा मार कर घायल किया, तो उन में से कई ने उन पर तलवार से वार किया। इस घटना से भयभीत उनकी पत्नी उन्हें बचाने के लिए दौड़ी पर उन बदमाशों ने उनके पत्नी से भी मारपीट की। हथोड़े और तलवार से हुए वार से रंजीत श्रीनिवासन ने वही दम तोड़ दिया पर उन बदमाशों ने उनके पुरे चेहरे को पूरी तरह से छिन्नविछिन कर दिया और वहां से भाग गए। इस घटना के वक्त उनकी दोनों बेटियां घर पर नहीं थी। पर उनकी माँ,पत्नी और बेटे के सामने रंजीत श्रीनिवासन को बेरहमी से मारा गया। रंजीत श्रीनिवासन के हत्या के एक दिन पहले यानि 18 दिसम्बर को सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (SDPI) के नेता के.एस.शॉन की कुछ अग्यात लोगों ने हत्या कर दी थी, इसी हत्या का बदला लेने के लिए रंजीत श्रीनिवासन की हत्या की गई।
वह 15 हत्यारे कौन थे?
रंजीत श्रीनिवासन के हत्याकांड में शामिल आरोपी पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) और सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (SDPI) के कार्यकर्त्ता थे। जिनके नाम नवास, अजमल, अनूप, अब्दुल कलाम, मुहम्मद असलम, सलाम पोन्नाड, सफ़रुद्धीन, ज़ाकिर हुसैन, शाजी पूवथुंगल, शामनास अशरफ,नैज़म, नसीर, मुनशाद, शेमीर और जसीब राजा है। पोलिस के रिपोर्ट के अनुसार इन मे 8 आरोपी प्रत्येक्ष रूप से हत्या में शामिल थे,चार लोग उस दिन घर के बाहर पहेरा दे रहे थे, तो दो लोगो ने इस हत्या की प्लानिंग की थी।
क्यों अलाप्पुझा कोर्ट ने केस की अगुवाई करने से किया इन्कार?
Kerala BJP leader Ranjit Seenivasan Murder: इन 15 आरोपियों ने पहले अलाप्पुझा कोर्ट में पोहुंचा लेकिन वहां के बार कौंसिल ने आरोपी की केस लड़ने से इन्कार किया, क्योंकि रंजीत श्रीनिवासन उसी कोर्ट में वकालत करते थे। फिर दोषियों ने केरला हाईकोर्ट में अपील की के इस केस को एर्नाकुलम में ट्रान्सफर करने को कहा पर रंजीत श्रीनिवासन के माँ ने गवाहों के जान को खतरा होने की अपील की। फिर इस मामले को मावेलिककारा अतिरिक्त सत्र न्यायालय को सौप दिया गया। इस के खिलाफ आरोपी सुप्रीम कोर्ट में अपील की थी,पर कोई फायदा नहीं हुआ। सुप्रीम कोर्ट ने इस अपील को ख़ारिज कर दिया। फिर यह केस 3 सालों तक मावेलिककारा अतिरिक्त सत्र न्यायालय में चला और कल जज श्रीदेवी वी.जी ने सभी आरोपियों को फांसी की सजा सुनाई।
कौन थे रंजीत श्रीनिवासन?
रंजीत श्रीनिवासन पेशेवर वकील थे, जो अलाप्पुझा के कोर्ट में वकालत करते थे। साथ ही वह भाजपा राज्य समिति के सदस्य और ओबीसी मोर्चा के राज्य सचिव थे। उनके हत्या के बाद केरला में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) और सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (SDPI) के खिलाफ कई प्रदर्शन हुए। अब इन दोनों संघटनो के गतिविधियों पर लगाम कसने के लिए 28 सितंबर, 2022 को केंद्र द्वारा गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम के तहत पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया पर प्रतिबंध लगा दिया गया।